कलेक्‍टर श्री ऋषव गुप्‍ता ने देवास, सोनकच्‍छ, नेवरी, हाटपीपल्‍या और बागली मण्‍डी में खाद विक्रय केन्‍द्रों का किया निरीक्षणदेवास जिले को एक-दो दिन में 2500 मैट्रीक टन अतिरिक्‍त खाद होगा प्राप्‍त

——–खाद विक्रय का कार्य सुबह 07 बजे से शुरू करें, भीड़ वाले केन्‍द्रों पर अधिक काउंटर लगाये – कलेक्‍टर श्री गुप्‍ता———–

अधिक भीड़ वाले विक्रय केन्‍द्रों का तहसीलदार लगातार निरीक्षण करें, आरआई और पटवारी की ड्यूटी भी लगाये—

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कलेक्‍टर श्री ऋषव गुप्‍ता ने देवास, सोनकच्‍छ, नेवरी, हाटपीपल्‍या और बागली में मण्डियों में जाकर खाद विक्रय केन्‍द्रों का निरीक्षण किया। कलेक्‍टर श्री गुप्‍ता ने अधिकारियों से खाद उपलब्‍धा के संबंध में जानकारी ली तथा खाद विक्रय के संबंध में अधिकारियों को आवश्‍यक दिशा-निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान कलेक्‍टर श्री गुप्‍ता ने किसानों से भी चर्चा की।

कलेक्‍टर श्री गुप्‍ता ने कहा कि जिले में सभी मण्डियों में किसानों की सुविधा के लिए छाया के लिए टेंट लगाये, पीने का पानी उपलब्‍ध कराये और बाथरूम की व्‍यवस्‍था करें। मण्‍डी परिसर में स्‍वच्‍छता का विशेष ध्‍यान रखे। जिले में जहां आलू की खेती होती है, उन किसानों को पहले खाद उपलब्‍ध कराये। आलू की खेती 60 दिन में तैयार हो जाती है। सीमित समय के कारण आलू की खेती करने वालों को प्राथमिका दें। उन्‍होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि खाद विक्रय का कार्य सुबह 07 बजे से शुरू कर दिया जाये। जिले में जिन विक्रय केन्‍द्रों में किसानों की अधिक भीड़ है, उन केन्‍द्रों पर और अधिक काउंटर लगाये जाये। अधिक भीड वाले विक्रय केन्‍द्रों पर आरआई और पटवारी की ड्यूटी लगाई जाये। तहसीलदार विक्रय केन्‍द्रों पर लगातार निरीक्षण करते रहै। जिन किसानों का किसी भी समिति में पंजीयन नहीं है, वह किसान वेयर हाउस के नगद क्रय कर सकता है।

कलेक्‍टर श्री गुप्‍ता ने कहा कि जहां खाद की अधिक आवश्‍यकता है, वहां पर खाद अधिक ट्रको से परिवहन कर के समितियों में समय पर पहुंचाये। जिले में पर्याप्‍त खाद का भण्‍डार है। जिले को एक-दो दिन में अतिरिक्‍त 2500 मैट्रीक टन खाद प्राप्‍त होने वाला है। जिससे खाद की आवश्‍यकता की पूर्ति हो जायेगी। किसानो का पंजीयन जिस समिति में है, उसी समिति से खाद क्रय करें। वेयर हाउस पर खरीदनें के लिए नही जाये। जिन किसानों की पर्ची कट गई है, वह किसान अपनी समिति में जाकर खाद क्रय करें।

उल्‍लेखनीय है देवास जिले में उर्वरक खाद का पर्याप्त भण्डारण है। जिले में देवास, हरदा एवं मांगल्या रेक प्वाइंट से लगातार उर्वरक की पूर्ति हो रही है। 9 नवम्‍बर को इफको कंपनी का 2600 मैट्रिक टन यूरिया प्राप्त हुआ है। किसानों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए मार्कफेड के डबललॉक सेन्टर से भी यूरिया का नकद विक्रय किया जा रहा है। इसी के साथ निजी विक्रेताओं द्वारा भी डबललॉक सेन्टर पर बैठकर किसानों को यूरिया वितरण के लिए पर्ची जारी की जा रही है एवं गोदाम से उर्वरकों का वितरण किया जा रहा है।

जिले में डबललॉक केन्द्रों, सहकारी समितियों एवं निजी संस्थाओं में यूरिया 3 हजार 862 मैट्रिक टन, डीएपी 4 हजार 136 मैट्रिक टन, काम्प्लेक्स 2 हजार 955 मैट्रिक टन, पोटाश 1 हजार 617 मैट्रिक टन एवं सिंगल सुपर फास्फेट 10 हजार 600 मैट्रिक टन उपलब्ध है। गत वर्ष 01 अप्रैल 2021 से 30 नवम्‍बर 2021 तक 55 हजार 823 मैट्रिक टन यूरिया का वितरण किया गया था, इस वर्ष इसी अवधि में 43 हजार 244 मैट्रिक टन यूरिया का वितरण किया जा चुका है। माह नवम्बर के लिए 10 हजार मैट्रिक टन यूरिया, 5 हजार मैट्रिक टन डीएपी एवं 5 हजार मैट्रिक टन काम्प्लेक्स उर्वरक की मांग की गई है। किसान भाईयों से अनुरोध है कि यूरिया 266.50 रूपये, डीएपी 1350 रूपये, एनपीके 12:32:16 1470 रूपये, पोटाश 1700 रूपये प्रति बैग के हिसाब से खरीदे। किसी भी विक्रेता द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक दर उर्वरक विक्रय करने पर संबंधित वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, उप संचालक कृषि या अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को लिखित शिकायत दर्ज कराएं।

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