किसानों को उनके फसलों की सही दर मिले, इसलिए केंद्र व राज्य सरकारें इसकी पूरी कोशिश कर रही हैं. इसी संदर्भ में मध्य प्रदेश के किसानों के लिए एक राहत भरी खबर आयी है, जहां उन्हें गेंहू के जबरदस्त दाम मिले हैं.
देश के विकास के लिए यह बहुत जरूरी है कि किसानों को उनकी मेहनत का सही भाव मिले सके. कभी-कभी ऐसा देखा जाता है कि मौसम की मार या बिचौलियों की चाल के चलते किसानों को उनकी फसलों का भाव पूर्ण रूप से नहीं मिल पाता है. यही वजह है कि किसानों के बीच हमेशा अपनी फसलों को सही दाम पर बेचने का डर सताया रहता है, लेकिन आज उनके लिए एक राहत भरी ख़बर आयी है.
दरअसल, मध्य प्रदेश में किसानों ने गेहूं को 5600 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बेचा है. वहीं, राज्य के किसानों ने शरबती गेहूं को आष्टा मंडी में 5664 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बेचा है. यहां के किसान गेहूं बिक्री में इतना मुनाफा पाकर काफी खुश नज़र आ रहे हैं.कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आष्टा मंडी के सेक्रेटरी ने कहा कि इस बार किसानों को शरबती गेहूं (Sharbati Wheat) के बहुत ही शानदार लाभ मिले हैं. जहां, राज्य के किसान शरबती गेहूं को इस सीजन में 5000 रुपये प्रति क्विंटल बेचते थे. वहीं, उन्होंने इस साल के सीजन में इसको 5664 रुपये प्रति क्विंटल की लागत से बेचा है.
शरबती गेहूं और इसकी पैदावार :-
शरबती गेहूं मध्य प्रदेश के सीहोर और विदिशा क्षेत्रों में उगाए जाने वाले गेहूं से प्राप्त आटे की एक क्षेत्रीय किस्म है. एमपी गेहूं (MP Gehu) उगाने का गड़ भी माना जाता है.
दिलचस्प बात यह है कि भारत में पंजाब गेहूं सहित सर्वोत्तम कृषि उपज के लिए जाना जाता है. हालांकि, MP का शरबती संस्करण पंजाब संस्करण से भी एक पायदान ऊपर है. यही वजह है कि यहां के किसानों को Sharbati Gehu के उचित दाम मिल पाएं हैं.