कलेक्टर श्री चन्द्रमौली शुक्ला ने जिले में डेंगू को फैलन से रोकने के लिए अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में कलेक्टर श्री शुक्ला ने 15 सितम्बर से जिले में ‘’डेंगू पर प्रहार’’ महा अभियान चलाने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी अधिकारी जिले में टीम बनाकर डेंगू रोकथाम की प्लानिंग बनाये, ग्रामीण क्षेत्र में प्रत्येक गांव में टीम बनाकर डेंगू को राकने की कार्यवाही करे। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री प्रकाश सिंह चौहान, अपर कलेक्टर श्री महेन्द्र सिंह कवचे, सीएमएचओ डॉ. एम.पी. शर्मा, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ रश्मि दुबे सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे अन्य सभी अधिकारी वीडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
बैठक में कलेक्टर श्री शुक्ला ने निर्देश दिये कि प्रत्येक घरो में लार्वा सर्वे, स्पेस स्प्रे, फागिंग, जल जमाव हटाने के लिए दल गठित करें। इन दलों में मुख्यतः आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पंचायतकर्मी, बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता, नॉन मेडिकल असिस्टेंट, मलेरिया निरीक्षक, व्ही.बी.डी. टेक्निकल सुपरवाइजर इत्यादि जैसे मैदानी कार्यकर्ताओं को सम्मिलित किया जाए। फॉगिंग एवं छिडकाव के लिए पर्याप्त मात्रा में क्रियाशील कम्प्रेसर पम्प, फॉगिंग मशीन, कीटनाशक, रसायन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। किसी भी क्षेत्र में लार्वा पाए जाने पर सर्वप्रथम लार्वा वाले पानी को खाली कराया जाय। एंटीलार्वल गतिविधि अंतर्गत लार्वा नियंत्रण के लिए टेमीफोस 50 प्रतिशित का घोल, बीटीआई पाउडर, बीटीआई लिक्विड जैसे एंटीलार्वल रसायन का उपयोग किया जाये। डेंगू पॉजिटिव रोगी के घर के आसपास स्थित घरों में स्पेस स्प्रे किया जाये। डेंगू से बचाव एवं नियंत्रण के उपायों की जानकारी जिले के नागरिकों तक पहुंचाने के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाये। जिले में आयोजित डेंगू निरोधक गतिविधियों में संबंधित जिले की क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप को भी सम्मिलित किया जाना सुनिश्चित किया जाए।

15 सितम्बर को प्रारम्भ होने वाला ‘’डेंगू पर प्रहार’’ अभियान राज्य शासन की प्राथमिकता में है सभी अधिकारी अभियान के संबंध में तत्काल कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। बैठक में जिला मलेरिया अधिकारी डॉ दुबे ने बताया जिले के नागरिक डेंगू से बचाव के लिए सावधानी रखें। बरसात के मौसम में जल भराव वाले स्थानों में मच्छर पनपते है। जिससे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसे जल वाहक रोग होने की सम्भावना रहती है। डेंगू और चिकनगुनिया के वाहक मच्छर रुके हुए साफ़ पानी में पनपते है और दिन के समय काटते है। अपने आस-पास पानी को जमा न होने दें और साफ सफाई रखें, ताकि डेंगू से बचा जा सके। यदि किसी को तेज बुखार, आँखों, मांशपेशियो और सर में तेज दर्द है, मसूडो और नाक से खून बह रहा है, शरीर पर लाल चकते हो, तो डेंगू हो सकता है। इस स्थिति में नजदीकी शासकीय अस्पताल में जांच व उपचार करवाए। डेंगू से बचाव के लिए पानी के बर्तन को ढँक कर रखें, अनुपयोगी सामग्री जैसे कूलर, ड्रम, टंकी, बाल्टी आदि में पानी जमा न होने दें, दोबारा उपयोग से पूर्व उन्हे सुखाएं। आस-पास साफ सफाई रखें, सोते समय मच्छर दानी का उपयोग करें, पूरी आस्तीन के कपडे पहनकर रहे।