चापड़ा के पास प्रस्तावित क्षेत्रफल के लिहाज से देश के सबसे बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट को एविएशन मिनिस्ट्री की मंजूरी मिल गई है।
चापड़ा से लगे हाटपीपल्या और देवास के बीच करीब 25 हजार एकड़ जमीन पर यह एयरपोर्ट बनेगा। पहले चरण में 10 हजार एकड़ जमीन पर प्लानिंग शुरू हो चुकी है। अब एमपीआईडीसी (मप्र इंडस्ट्री डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) आचार संहिता खत्म होने के बाद जमीन अधिग्रहण शुरू करेगा।
औद्योगिक निवेश एवं नीति प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव और प्रमुख सचिव संजय शुक्ल इस पर पहले ही एएआई के चेयरमैन संजीव कुमार और विमानन विभाग के अधिकारियों से बात कर चुके हैं। फरवरी 2022 में इस प्रोजेक्ट की कवायद शुरू हुई थी। एमपीआईडीसी ने राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा था। इसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के (एएआई) ने जमीन और अन्य बिंदुओं की पड़ताल की थी।
चापड़ा की जमीन ही क्यों? :-
- यहां जमीन आसानी से उपलब्ध थी। कुछ सरकारी जमीन भी है।
- प्रदेश की 40% इंडस्ट्री इंदौर, देवास, पीथमपुर में हैं। यह डीएमआईसी के नजदीक है।
- लॉजिस्टिक व अन्य इंडस्ट्री के विकास के लिए केंद्रीय मंत्री ने भी स्वीकृति दी है।
- राज्य शासन का हाईवे प्रोजेक्ट भी यहीं से गुजरने वाला है।
- शाजापुर से देवास एबी रोड, इंदौर-भोपाल रोड, भोपाल-जयपुर रोड, नरसिंहगढ़ को सड़कों से भी आपस में जोड़ा जाएगा।
मेगा इंडस्ट्रियल रीजन बनाने का रोडमैप तैयार :- इंदौर-भोपाल रोड पर ही 30 हजार एकड़ क्षेत्र में मेगा इंडस्ट्रियल रीजन बनाने का रोड मैप भी तैयार है। इसकी घोषणा जनवरी में होने वाली इन्वेस्टर्स समिट में होगी। राज्य सरकार का दावा है कि इस से प्रदेश के दो लाख युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। इस रीजन में एसईजेड भी बनाए जाएंगे।