देवास शहर के पालनगर-नागदा क्षेत्र में तेंदुए को देखे जाने की सूचना मिली है, साथ ही उसके पगमार्क खेतों में मिले हैं। क्षेत्रीय किसान के मुताबिक आसपास नीलगाएं अधिक है उनका शिकार करने के लिए तेंदुआ यहां आया होगा। वैसे इस बात की सूचना वन विभाग को दे दी गई है।
शहर से लगे पालनगर-नागदा क्षेत्र के कुंडाल पहाड़ी क्षेत्र में जंगली जानवर की आहत के बाद किसान खेतों में सिंचाई करने से घबरा रहे है। किसानों में जंगली जानवर को लेकर दहशत का माहौल है। क्षेत्रीय किसान रामसिंह ने बताया कि बीती रात नील गाय का शिकार करने के उद्देश्य से एक जंगली जानवर गेंहू के खेतों में बैठा हुआ दिखाई दिया। जो तेंदूए जैसा प्रतीत हो रहा था। गेंहू के खेतों में जंगली जानवर के पगमार्क भी मिले है। वहीं इस संबंध में किसान राजेश पटेल ने बताया कि उन्हें कल देर रात करीब 9.30 बजे रामसिंह का फोन आया था उस दौरान वह नीलगायों को भगा रहा था और उसी दौरान उसे टार्च की रोशनी में तेंदुआ दिखाई दिया था।
उन्होनें बताया कि गत पांच वर्ष पूर्व भी एक बाघ इसी क्षेत्र में आया था और अब पांच वर्ष के बाद तेंदुआ दिखाई दिया है। उन्होनें बताया कि इस बात की सूचना वन विभाग को क्षेत्रीय पूर्व पार्षद अर्जुन चौधरी ने की है।क्षेत्र में पालनगर-नागदा पहाड़ी क्षेत्र से लगे खेतों में पांच वर्ष पूर्व बाघ का मुवमेंट भी दिखाई दिया था जिसे पकडऩे के लिए वन विभाग की टीम ने एक माह तक प्रयास किए थे, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया था। अब एक बार फिर से क्षेत्र में जंगली जानवर की आहत से किसान दहशत में है।