देवास में सघन पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने के लिए कलेक्टर चन्द्रमौली शुक्ला के मार्गदर्शन में अपर कलेक्टर श्री महेन्द्र सिंह कवचे ने कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में जिला टास्क फोर्स की बैठक ली।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एम.पी. सहित अन्य अधिकारी एवं टास्क फोर्स में शामिल अंर्तविभागीय अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे। बैठक में अपर कलेक्टर महेन्द्र सिंह कवचे ने बताया कि जिले में पल्स पोलियो अभियान 23 जनवरी को जन्म से 05 वर्ष तक के 1 लाख 91 हजार 611 बच्चों दवा पिलाई जायेगी। जिसमें देवास शहरी क्षेत्र में 34 हजार 831, विकासखण्ड बरोठा में 28 हजार 167, विकासखण्ड सोनकच्छ में 20 हजार 554, विकासखण्ड टोंकखुर्द में 15 हजार 783, विकासखण्ड बागली में 38 हजार 242, विकासखण्ड खातेगांव में 23 हजार 012 एवं विकासखण्ड कन्नौद में 31 हजार 022 बच्चे है। पल्स पोलियों अभियान शासकीय, अशासकीय, समाजसेवी संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों, मीडिया प्रतिनिधी व आम नागरिकों के समन्वित सहयोग से चलाया जायेगा। अभियान की मॉनिटरिंग समस्त एसडीएम तथा स्वास्थ्य विभाग मॉनिटरिंग दल द्वारा की जायेगी।
बैठक में अपर कलेक्टर श्री कवचे ने निर्देश दिये कि स्वास्थ्य विभाग अभियान की सूक्ष्म कार्ययोजना तैयार करें। यह सुनिश्चित किया जाये कि जिले में पल्स पोलियो अभियान के दौरान 5 वर्ष तक का कोई भी बच्चा पोलियो की दवा पीने से वंचित नहीं रहे। पल्स पोलियो अभियान कार्य में महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, आर्युवेद विभाग, वन विभाग, नगरीय निकाय, पंचायत विभाग को निर्देशित किया कि इस कार्य में वे सक्रिय रूप से स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करेंगे। 23 जनवरी को रविवार अवकाश दिवस है किंतु समस्त शासकीय संस्थाऐं व समाजसेवी संस्थाएं इसे नैतिक व सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में अपनी सहभागिता व सक्रिय सहयोग सुनिश्चित करेंगे । कार्यक्रम नोडल अधिकारी डॉ.सुनील तिवारी ने बताया कि देवास जिले में कुल 1907 बी एवं सी बूथ बनाए गए है। जिसमें 1377 बी बूथ एवं 530 सी बूथ बनाए गए है, इसी प्रकार ट्रांजिट टीम 46 एवं मोबाईल टीम 41 है। देवास जिले में जन्म से 5 वर्ष तक के कुल 1 लाख 91 हजार 611 बच्चे पल्स पोलियो अभियान में दवा पिलाने के लिए चिन्हित किये गये है। पल्स पोलियों अभियान के लिए आवश्यक वैक्सीन जिला वैक्सीन स्टोर के माध्यम से समस्त वैक्सीन फोकल प्वाईंट पर 16 जनवरी तक उपलब्ध करा दी जावेगी। वैक्सीन के अतिरिक्त समस्त संसाधन जैसे वैक्सीन कैरियर, आईसपैक, आईएलआर, डिपफिजर, कोल्डबाक्स आदि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया जा चुका है। वैक्सीनेटर व सुपरवाईजर के ड्युटी आदेश जारी किया जाकर उनका प्रशिक्षण सतत जारी है जिसे 15 जनवरी तक पूर्ण कर लिया जावेगा। डॉ. सुनील तिवारी ने बताया कि अभियान के दौरान प्रथम दिवस बूथ पर बच्चों को दवा पिलाई जावेगी एवं द्वितीय तथा तृतीय दिवस दवा पीने से वंचित रहे बच्चों को घर-घर दवा पिलाई जावेगी। बस स्टेण्ड, रेल्वे स्टेशन, नव निर्माण स्थलों, ईंट भट्टे, क्रेशर खदान, स्लम बस्ती, झुग्गी-झोपडी व खेत खलिहान, धुमक्कड डेरों, जेल परिसर तथा आद्योगिक क्षेत्र में भी विशेष रूप से अभियान के अंतर्गत पोलियो की दवा पिलवाने की व्यवस्था की जायेगी।
कार्यक्रम नोडल अधिकारी डॉ. सुनील तिवारी ने बताया कि बताया कि भारत देश पल्स पोलियो मुक्त हो चुका है मध्य प्रदेश में सन् 2008 में जबलपुर में एक पोलियो का अंतिम कैस चिन्हित हुआ था उसके बाद कोई भी केस नही पाया गया। भारत देश के पडोसी राष्ट्रों (पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान) में पोलियो के केसेस पाये जा रहे है, जिसके कारण सावधानी बतौर अभियान चलाया जाकर जन्म से 5 वर्ष तक के समस्त बच्चों को पोलियो की दवा पिलाकर अभिरक्षित किया जाने का कार्य किया जावेगा।