दिनांक 01 अगस्त 2021 को देवास के वरिष्ठ नागरीक संस्था के सभागार में ‘श्रीलक्ष्मी बाबूलाल पारमार्थिक ट्रस्ट” एवं “राष्ट्रीय कवि संगम देवास” के संयोजन में “वर्षा मंगल काव्य गोष्ठी एवं सम्मान समारोह” का सफल आयोजन हुआ। दो सत्रों में सम्पन्न कार्यक्रम की अध्यक्षता कलागुरु श्री राजकुमार ‘चन्दन’ जी ने की ।
मुख्य अतिथि सांसद श्री महेन्द्र सिंह सोलंकी एवं राष्ट्रीय कवि संगम के प्रदेशाध्यक्ष श्री डॉ. शम्भूसिंह ‘मनहर’ जी व विशिष्ट अतिथि संस्था भगवा राज के संयोजक श्री महेश चौहान जी एवं मातृ भाषा उन्नयन संस्था के संयोजक डॉ .अर्पण जैन तथा वरिष्ठ साहित्यकार श्री ओंकारेश्वर जी गहलोत रहे। मंचासीन अतिथियों के द्वारा माँ सरस्वती जी का पूजन अर्चन किया गया । मुख्य ट्रस्टी श्री शशिकांत यादव एवं कार्यक्रम संयोजक श्री सुरेन्द्र हमसफ़र द्वारा मंचासीन अतिथियों का पुष्पहारों से स्वागत किया गया । स्वागत भाषण एवं संस्था परिचय के बाद काव्य गोष्ठी प्रारम्भ हुई जिसमें इंदौर, उज्जैन, सोनकच्छ, देवास, ओंकारेश्वर,टोंक, खातेगाँव, कांटाफोड़, आदि क्षेत्रों से पधारे 40 कवियों ने अपनी एक से बढ़कर एक कविताओं और गीतों से कार्यक्रम को बहुत ऊँचाई प्रदान की ।
काव्य गोष्ठी के पश्चात ओंकारेश्वर की युवा कवियत्री एवं मुक्केबाज सुश्री शारदा ठाकुर का विशिष्ट सम्मान किया गया । उन्हें मालवी पगड़ी पहनाकर, माताजी की चुनरी ओढ़ाई गई , साथ ही श्रीफल व सम्मान राशि भेंट की गई । उसके पश्चात सांसद महोदय एवं अतिथियों द्वारा काव्य गोष्ठी में पधारे सभी का सारस्वत अभिनन्दन किया गया । उन्हें अंगवस्त्र ओढ़कर संस्था का प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया ।
उपस्थित कवियों में श्री कैलाश सोनी सार्थक, गीतांजलि कश्यप, हाकमसिंह पांचाल ‘अनुज’, हिमांशु बवंडर, गौरव साक्षी, शारदा ठाकुर, लव यादव, गोविन्द दांगी, मुकेश मासूम, मनोज दुबे, गोपाल मनहर, राकेश कुशवाह, बलराम बल्लू, मनोहर कराड़ा, जगदीश सेन, डॉ अजित जैन, डॉ मनोरमा जैन, ओम प्रकाश यादव, मोना गुप्ता, अज़ीज रोशन, डॉ. इकबाल मोदी, संजय सरल,चेतन उपाध्याय,दिलीप मांडलिक,राधेश्याम पांचाल, आरती अक्षय गोस्वामी, वीरेन्द्र सिंह ठाकुर,राजभंवर सिंह सेंधव,राहुल सक्षम, जय प्रकाश ‘जय’, प्रवीण मिश्रा, धीरज साहा आदि कवियों ने काव्य पाठ किया । कार्यक्रम का सफल संचालन सुनील गाईड जी ने किया , कार्यक्रम के अंत में बलराम बल्लू ने आभार व्यक्त किया ।
रिपोर्ट — सुरेन्द्र सिंह राजपूत ‘हमसफ़र’