धर्म और आध्यात्म के महाकुंभ की तैयारीपूर्ण कल से प्रारम्भ होगा चार्तुमास व्रत अनुष्ठान देवास शहर में आलोकीक अनूठा धार्मिक आयोजन
देवास। धार्मिक मान्यता है कि पृथ्वी लोक के पालन का भार गुरू वर्ग को सोंपकर भगवान विष्णु शयन करने पाताल लोक में चले जाते हैं। भक्ति जीवन का आधार है भक्ति और आस्था के बिना जीवन अपूर्ण है भगवान का भजन न केवल ईश्वर के प्रति मानव का आभार है बल्कि इसमें आनंद भी अपार है भक्ति शुभ कर्म के चार महीने को सनातन धर्म में चातुर्मास कहा गया है इन चार महिनों में व्रत उपवास ध्यान भक्ति साधना से परमात्मा को प्राप्त करना ही हिन्दु सनातन धर्म का उद्देश्य है। इसी भावना को लेकर चार्तुमास व्रत अनुष्ठान करने का संकल्प राजपरिवार देवास ने लिया है। विधायक राजमाता गायत्री राजे पवार एवं महाराज विक्रमसिंह पवार द्वारा परम श्रध्य संत शिरोमणी श्री रविशंकर जी महाराज (रावत पुरा सरकार ) के सानिध्य में चार्तुमास व्रत अनुष्ठान का आयोजन किया गया है परम पूज्यनीय संत शिरोमणी कल सायं 4.00 बजे आनंद भुवन पेलेसे पधारेंगे जिनकी भव्य आगवानी की जावेगी।भव्य सुसोजित पांडाल में जहां एक और विद्वान पंडितों द्वारा प्रातः समय में हवन, पूजन पाठ का कम चलेगा वहीं दुसरी और दोपहर 01 से 05 बजे तक भव्य कथाओं का आयोजन होगा। मुख्य मार्ग से लेकर कथा पांडाल तक आकर्षक साज सज्जा की गई है देवास शहर के लिये यह एक अनूठा आलोकिक धार्मिक आयोजन रहेगा जो 17 जुलाई से लेकर 17 सितम्बर तक यथावत चलेगा रात्री में सांस्कृतिक कार्यकमों के साथ ही भजन संध्या एवं अन्य धार्मिक कार्यकम सम्पन्न होंगे।कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण विधायक राजमाता जी महाराज विक्रमसिंह जी पवार कलेक्टर ऋषभ गुप्ता, पुलीस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय के साथ ही कई अधिकारी मोजूद रहे इस अवसर पर सभापति रवि जैन, भरत चोधरी, सचिन जोशी, चिन्दु रघुवंशी, अजय पंडित गणेश पटेल, धर्मेन्द्रसिंह बैस, संतोष पंचोली, मिलीन्द सोलंकी, नवीन सोलंकी, राहुल दायमा, शुभम चोहान तथा रावतपुरा सरकार भक्त मंडल के सदस्य उपस्थित रहें।