सोलन पैनल लगाने के नाम पर काटे जायेंगे टेकरी के दम दमे पर पेड़
जहाँ पड़ोसी शहर इंदौर कर रहा लाखों पेड़ लगाने की तैयारी वही देवास में सालो की मेहनत से हरी भरी हुई टेकरी पर हो रही पेढ़ काटने की बात
देवास की प्रसिद्ध माता टेकरी के दम दमे पर सोलर पैनल लगवाये जा रहे है जो कि प्रथम दृष्टि से तो अच्छी पहल लगती है पर वास्तविक स्थिति देखने पर पता चलता है की जिस स्थान पर ये पैनल लगाए जा रहे है वहाँ कई वर्षों की मेहनत से हरे भरे हुए पेढ़ भी काटे जा रहे है । टेकरी को प्रशासन और नगर वासियों के प्रयास और नित्य इन पेड़ो को पानी देने वाले लोगो की मदद से कई सालो बाद हरा भरा किया गया है पर अब इन पेड़ो पर चलती कुलाड़ी इन प्रयासों पर पानी फेरती नज़र आ रही है । जहाँ पास ही के शहर इंदौर में बड़े पैमाने पर वृक्षा रोपण की तैयारी की जा रही ही वही देवास में होता ये कार्य सवाल खड़े करता ही की हम शहर को किस दिशा में ले जा रहे है । स्वास्थ और स्वच्छता में पिछड़ता शहर क्या अपने पर्यावरण की रक्षा के लिए कोई कदम उठाएगा ? पेढ़ काटने से सोलर पैनल लगाने क्या उचित कार्य है ? क्या यह उन पर्यावरण प्रेमियों का अपमान है जो इतने सालो से रोज़ इन पेड़ो को पानी पीला रहे है ? पेड़ कटने के बाद टेकरी के शरण का जिम्मेदार कौन रहेगा ?





