देवास जिले में लू के प्रकोप से बचाव के लिये एडवायजरी जारी——-
जिले के नागरिकों को लू से बचाव के लिय दीे सलाह——–
भारतीय मौसम विभाग द्वारा जारी मौसमी दृष्टिकोण अनुसार प्रदेश सहित समस्त मध्य भारत में का तापमान औसत तापमान से अधिक होने की संभावना है। इसके कारण प्रदेश के अधिकांश भागों में लू (तापघात) की स्थिति निर्मित हो सकती है। लू के प्रभाव, लक्षण और प्राथमिक उपचार के लिए देवास जिले के जन-समुदाय को लू के प्रकोप से बचाव के लिए कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता ने एडवायजरी जारी की गयी है। कलेक्टर श्री गुप्ता ने इस संबंध में जिला स्तर पर विभिन्न विभागों को आवश्यक कार्रवाई के लिये निर्देश भी जारी किये है।
जिले के नागरिकों को लू से बचाव के लिये सलाह :-

- जिले के नागरिक पानी, छांछ, ओ.आर.एस. का घोल या घर में बने पेय जैसे लस्सी, नीबू पानी, आम का पना इत्यादि का सेवन कर तरो-ताजा रहें।
- यथा संभव दोपहर 12 से दोपहर 3 बजे के बीच धूप में बाहर निकलने से बचें।
- धूप में निकलते समय अपना सिर ढक कर रखें। कपड़े, टोपी अथवा छतरी का उपयोग करें।
- धूप में निकलने के पहले तरल पदार्थ का सेवन करें। पानी हमेशा साथ रखें। शरीर में पानी की कमी न होने दें।
- सूती, ढीले एवं आरामदायक कपड़े पहनें। सिंथेटिक एवं गहरे रंग के वस्त्र पहनने से बचें।
- जानवरों को छाया में रखें और उन्हें पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी दें।
- अत्यधिक गर्मी होने की स्थिति में ठंडे पानी से शरीर को पोछे या कई बार स्नान करें। धूप तथा गर्म हवाओं के संपर्क के तुरंत बाद स्नान न करें।
- गरिष्ठ, वसायुक्त, ज्यादा प्रोटीन वाले भोजन तथा अल्कोहल, चाय, काफी जैसे पेय पदार्थ का उपयोग कम से कम करें।